दिल


दिल मचल मचल के गा रहा है, अपने ही सुरों में मदमस्त हुए जा रहा है, ये भला किसकी सुनता है, इसे तो होश ही कहाँ रहता है, मैं बड़ा परेशान सा हो गया हूँ ये दिल भी क्या सोचता है, किन्तु दिल तो आखिर दिल ही है ना.....

मैं भी घूमा गली - गली,
भंवरा आया कली - कली,
दिल ये मचल रहा है तेरे लिए,


मैं भी हुआ तुझपे फ़िदा,
दिल ने किया तुझपे जादू,
मैंने कहा बसजा कहीं,
दिल कहे की तू भी जा,
कहूँ मैं क्या तेरे लिए,
गाऊँ तो मैं किसके लिए,
दिल हमेशा ये कहे तेरे लिए,
मैं भी घूमा गली - गली,


मैं भी हूँ तेरा आशिक ,
तू भी है मेरी जानम,
आशिकी के लिए,
मैं भी घूमा गली - गली,


दिल में बसा तेरा नाम,
तूने क्या ये किया कमाल,
मैं भी जपूँ तेरा नाम,
दिल ये कहे तुझसे जुडूं,
मन ने लिया तेरा साथ,
दिल न छोड़े तेरा हाथ,
दरवाजे भी खुले हैं तेरे लिए,
मैं भी घूमा गली - गली,

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

Popular Posts

आधुनिक मां
घर के बाहर आतंक
 गरीबी
विश्व वेदना
जब मैं पिता बना
गजब का प्यार